नमस्कार दोस्तों, दोस्तों हमने आपको एक से बढ़कर एक देशों और शहरों के रोचक तथ्य और तुलनाएँ करके बताये लेकिन जब दुनियाँ का 70% हिंस्सा पानी हीं है तो एक तुलना तो महासागरों का भी तो बनता है ना यार,
तो चलिए आज हिन्द महासागर बनाम प्रशांत महासागर में इनके रोचक तथ्यों से संबंधित विषयों पर इनके बीच एक दिलचस्प और ज्ञान भरा चर्चा करेंगे और तुलना भी करेंगे। इसलिए पोस्ट को पूरा पढ़ें और अपने अनुभव कमेंट बॉक्स में ज़रूर लिखें। चलिए दोस्तों शुरू करते हैं, हिन्द महासागर बनाम प्रशांत महासागर…
दोस्तों, प्रशांत महासागर दुनियाँ का सबसे विशाल और सबसे गहरा महासागर हैजबकि हिंद महासागर दुनियाँ का तीसरा सबसे बड़ा और गहरा महासागर है।प्रशांत महासागर का क्षेत्रफल 16.5 करोड़ वर्ग किलोमीटर है और इसमे 71 करोड़ घन किलोमीटर पानी है जो दुनियाँ के कुल पानी का 45% है। वहीं बात करें हिंद महासागर की तो इसका क्षेत्रफल 7.06 करोड़ वर्ग किलोमीटर है और इसमे 26.4 करोड़ घन किलोमीटर पानी है जो दुनियाँ के कुल पानी का 20% है।
हिंद महासागर
प्रशांत महासागर
क्षेत्रफल
7.06 करोड़ वर्ग किलोमीटर
16.5 करोड़ वर्ग किलोमीटर
संचित पानी का आयतन
26.4 करोड़ घन किलोमीटर
71 करोड़ घन किलोमीटर
दुनियाँ के कुल पानी का हिस्सा
20%
45%
प्रशांत महासागर उत्तर में आर्कटिक महासागर से लेकर दक्षिण में अंटार्टिका और पूर्व में अमेरिकी महाद्वीप से लेकर पश्चिम में एशिया और ऑस्ट्रेलिया तक फैला हुआ है।तो वहीं हिंद महासागर उत्तर में एशिया से लेकर दक्षिण में अंटार्टिक और पूर्व में ऑस्ट्रेलिया से लेकर पश्चिम में अफ्रीका तक फैला हुआ है। हिंद महासागर दुनियाँ का एक मात्र महासागर है जिसका नाम एक देश के नाम पर रखा गया है। ये नाम इसे प्राचीन ग्रीक समुद्री व्यापारियों ने दिया था। हिंद महासागर को हम हिन्दी में सिंधु महासागर भी कहते हैं।अब बात करते हैं प्रशांत महासागर की, प्रशांत महासागर का नाम पुर्तगाल के महान समुद्री खोजकर्ता फेरडीनेंड मेजेलॅन नें रखा था। प्रशांत महासागर का मतलब है शांत समुद्र और इसको हम हिन्दी में प्रशांत महासागर के नाम से जानते हैं।
चलिए अब कुछ इतिहास के पन्ने पलटते जायें,
इतिहास के पन्ने
प्रशांत महासागर पर फेरडीनेंड मेजेलॅन और जुआन सेबास्टियन एल्करा जैसे समुद्री खोजकर्ताओं नें राज किया है।
प्रशांत महासागर से अमेरिका, एशिया और ऑस्ट्रेलिया के बीच व्यापार के पर्याप्त सबूत मिलते हैंवहीं अगर हम हिंद महासागर की बात करें तो यहाँ शायद दुनियाँ की सबसे पहली समुद्री यात्राएँ की गयी थी।
इंसान की शुरुआती प्रजातियाँ आफ्रिका के मॅडगास्कर से एशिया और ऑस्ट्रेलिया तक हिंद महासागर से ही पहुँची थी।
मेसोपटामिया से सिंधु घाटी सभ्यता तक होने वाले व्यापार दुनियाँ का सबसे पुराना समुद्री व्यापार माना जाता है।
इसके अलावा दक्षिण भारत के चोल, चेरा और पांड्या साम्राज्य भी सुमेरिया, अरब और अफ्रीका तक हिंद महासागर से हीं व्यापार करते थे।
प्रशांत महासागर की औसतन गहराई करीब 4,280 मीटर है और इसकी सबसे गहरी जगह मेरिना ट्रेंच है जो समुद्र की सतह से 10,911 मीटर नीचे है। वहीं हिंद महासागर की औसतन गहराई करीब 3,741 मीटर है और सबसे गहरी जगह सुंद्रा ट्रेंच है, जिसकी गहराई 7,450 मीटर है।
हिंद महासागर
प्रशांत महासागर
औसतन गहराई
3,741 मीटर
4,280 मीटर
सबसे गहरी जगह
सुंद्रा ट्रेंच
मेरिना ट्रेंच
सबसे अधिक गहराई
7,450 मीटर
10,911 मीटर
प्रशांत महासागर की समुद्री सीमा दुनियाँ के 42 देशों और 23 प्रदेशों से लगती है जबकि हिंद महासागर की समुद्री सीमा दुनियाँ के 38 देशों और 26 प्रदेशों को छूती है।
हिंद महासागर
प्रशांत महासागर
देशों की सिमा से लगाव
38 देश
42 देश
प्रदेशों की सीमाओं से लगाव
26 प्रदेश
23 प्रदेश
दोस्तों, प्रशांत महासागर में न्यू जीलैंड, जापान, तसमेनिया, न्यू गिनी, फ़िलीपीन्स, ताइवान, इंडोनेशिया, हवायी और ग्वाम जैसे द्वीप हैंतो वहीं हिंद महासागर में श्री लंका, मालदीव, मॉरिटिओउस, ज़ॅन्ज़िबार, अंडमान & निकोबार, लक्षद्वीप, कॉमोरोस, सेशल्स, और मॅडगास्कर जैसे द्वीप मौजूद हैं।शायद आपको पता नहीं होगा अंडमान समुद्र, अरेबीयन समुद्र, बंगाल की खाड़ी, और लाल सागर हिंद महासागर के हीं भाग हैंवहीं बेरिंग समुद्र, पूर्वी चीन सागर, जावा समुद्र, जापानी समुद्र, टॅसमन समुद्र और सॉलोमन समुद्र प्रशांत महासागर में है।
वहीं अगर हम बात करें खाड़ियों की तो,
हिंद महासागर में पर्षिया की खाड़ी, कच्छ की खाड़ी, एडन की खाड़ी और मन्नार की खाड़ी प्रमुख हैवहीं अलास्का की खाड़ी, केलिफॉर्निया की खाड़ी और थाइलैंड की खाड़ी प्रशांत महासागर में है।
दोस्तों, व्यापार के नजरिये से देखें तो,
हिंद महासागर का इलाक़ा दुनियाँ में समुद्री व्यापार के लिए सबसे प्रमुख माना जाता है क्यूंकी दुनियाँ का 80% तेल और पेट्रोलियम का व्यापार यहीं से होता है और यहाँ पर ग्वादर, हबनटोटा, कोच्चि, चेन्नई, विशाखापत्तनम, बन्ब्चरी और पोर्ट लूयिस जैसे प्रमुख बंदरगाह हैं।वहीं अगर हम प्रशांत महासागर की बात करें तो दुनियाँ के सबसे व्यस्त बंदरगाह इस महासागर के हैं जिसमे सन फ्रेंनसिसको, सन जोसे, ओलिंपिया, लॉस आंजल्स, वॅनकूवर, ब्रिसबेन, पर्ल हार्बर, होबर्ट, बैंकाक, नॅपीयर, पनामा, हांग्जो, इंचेओं, टोक्यो, और ब्लादिवोस्तक शामिल है।
आप तो जानते हीं की महासागर हमेशा लड़ाइयों के मैदान रहे हैं, ऐसे में हमे प्रशांत और हिंद महासागर में हुई लड़ाइयों के बारे में भी जानना ज़रूरी है।
प्रशांत महासागर में सिंगापुर की लड़ाई, जावा समुद्र की लड़ाई, ओकिनावा की लड़ाई और आइवो जीमा की लड़ाई जैसे युद्ध हुए हैं।जबकि हिंद महासागर में फ्रांस और ब्रिटेन की सेनाएँ युद्ध कर चुकी है। अगर हम बात करें दूसरे विश्व युद्ध की तो दोनों हीं महासागरों ने इस विश्व युद्ध में बहुत महत्वपूर्ण योगदान दिया था।
तो दोस्तों इस पोस्ट में बस इतना हीं। अगर आप और भी किसी टॉपिक के बारे में जानना चाहते हैं तो कमेंट में ज़रूर बताएँ।
दोस्तों, आपको कौन सा महासागर ज़्यादा रोमांचक लगा? प्रशांत महासागर या फिर हिंद महासागर? कमेंट में ज़रूर बताइए।
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